अब डेवलपमेंट इंडेक्स के मानकों पर परखी जाएगी पंचायतों की प्रगति ।
पंचायत डेवलपमेंन्ट इन्डैक्स : डीएम ने ली जनपदीय क्रियान्वयन, समन्वयन समिति की बैठक, दिए निर्देश ।
लखीमपुर खीरी (शिवम् वर्मा)- अब डेवलपमेंट इंडेक्स के मानकों पर ग्राम पंचायतों की प्रगति परखी जाएगी। जिले में “पंचायत डेवलपमेंन्ट इन्डैक्स” के क्रियान्वयन को लेकर डीएम के नेतृत्व में रणनीति बनी। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने “जनपदीय क्रियान्वयन एवं समन्वयन समिति” की बैठक ली, संबंधित अफसरों को जरूरी निर्देश दिए।बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि पंचायत डेवलपमेंन्ट इन्डैक्स एक बहुआयामी वार्षिक प्रकिया होगी, जिसमें पंचायत स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों यथा-स्थास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बालकल्याण, कृषि, पशुपालन, बैकिंग, आजीविका, खाद्य सुरक्षा, आवास, रोजगार तथा एन्फास्ट्रेक्चर आदि पर आधारभूत गुणवत्तापरक 577 इन्डीकेटर पर डाटा संकलन तथा उनका विभिन्न स्तर पर सत्यापन एक महत्वपूर्ण एवं समयवद्ध कार्य होगा, इसमें ग्राम पंचायतों के कार्यप्रदर्शन द्वारा उक्त क्षेत्रों में विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे प्रयासों का आकलन किया जा सकेगा। इस प्रक्रिया के माध्यम से पंचायतों में क्रिटिकल गैप का चिन्हांकन कर बेहतर नियोजन, विशेषकर पंचायतों की वार्षिक कार्ययोजनाएं सहभागी एवं समन्वित रूप से तैयार किया जाना सम्भव हो सकेगा। निर्देश दिए कि सभी संबंधित विभाग पंचायत डेवलपमेंट इंडेक्स की प्रक्रिया में सहयोग देते हुए निर्धारित समय सीमा में जरूरी कार्यवाही सुनिश्चित करें। डीएम ने डीडीओ को निर्देश दिए कि सुनिश्चित कराए कि बीडीओ की अध्यक्षता में दो दिवस के भीतर ब्लॉक स्तरीय समिति की बैठक अनिवार्य रूप से कर ली जाए। सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायत द्वारा मैप किए जाने वाले 577 इंडिकेटर में सतत विकास लक्ष्यो के राष्ट्रीय फ्रेमवर्क में उल्लेखित 146 इंडिकेटर से श्रेणीबद्ध है। जिसमें 403 इंडिकेटर अनिवार्य, 86 वैकल्पिक, 88 इंडिकेटर की पुनरावृत्ति है।उन्होंने निर्देश दिए कि सभी स्तरों पर सभी इंडिकेटर की मैपिंग, डाटा सत्यापन करते हुए डाटा की फ्रीजिंग का कार्य प्रत्येक स्तर पर 10 फरवरी तक अनिवार्य रूप से पूर्ण किया जाए। निर्देश दिए की सभी अधिकारी जमीनी स्तर पर डाटा फीडिंग का कार्य सुनिश्चित कराए। बैठक में सहमति बनी कि ग्राम पंचायत स्तर पर संबंधित पंचायत सहायक फैसिलिटेटर के रूप में अपनी सेवाएं देगा, जहां पंचायत सहायक नहीं है, वहां रोजगार सहायक फैसिलिटेटर के रूप में काम करेगा। चयन की प्रक्रिया को संबंधित ग्राम पंचायतें समयबद्धता के साथ पूर्ण करेगी। फैसिलिटेटर को मानदेय ग्राम पंचायत की आबादी के आधार पर किया जाएगा। बैठक की शुरुआत में डीपीआरओ सौम्यशील सिंह ने बताया कि पंचायतों के जरिए सतत विकास लक्ष्यो के स्थानीयकरण की प्रगति ऑकलन और पंचायत स्तर पर प्रमाण-आधारित नियोजन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पंचायत डेवलपमेंन्ट इन्डैक्स का ग्राम पंचायत स्तर पर क्रियान्वयन होगा। बैठक में सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।