सत्यपथ हस्ताक्षर इंडिया अवार्ड 2024: समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान करने वालों का सम्मान

मीडिया हाउस न्यूज एजेन्सी लखनऊ- सत्यपथ हस्ताक्षर इंडिया अवार्ड 2024 का आयोजन बुद्धा ऑडिटोरियम, गोमतीनगर, लखनऊ में हुआ। यह समारोह समाज, साहित्य, पत्रकारिता, कला, और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों में असाधारण योगदान देने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को सम्मानित करने का साक्षी बना। भव्य आयोजन में न केवल व्यक्तित्वों के कार्यों को पहचान दी गई, बल्कि यह संदेश भी दिया गया कि सतत प्रयास और समर्पण से समाज में बदलाव संभव है।
समारोह का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई । मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि पूर्व न्यायमूर्ति श्री सी.बी. पांडेय ने कहा, “समाज में योगदान देने वाले ऐसे व्यक्तियों को सम्मानित करना न केवल उनकी उपलब्धियों को पहचान देना है, बल्कि यह समाज को प्रेरित करने का भी एक सशक्त माध्यम है।”
सम्मानित विभूतियां और उनके योगदान
इस साल के अवार्ड समारोह में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत प्रमुख व्यक्तित्वों और एक प्रतिष्ठित संस्थान को सम्मानित किया गया। सभी ने अपने-अपने क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया है, जो न केवल प्रेरणा का स्रोत है बल्कि सामाजिक बदलाव का मार्ग भी प्रशस्त करता है।
1. राजेश पांडेय (पूर्व IG, पुलिस सेवा) अपने सेवाकाल के दौरान समाज की सुरक्षा और प्रशासन में अनुकरणीय योगदान दिया। उनके कार्य ने अपराध नियंत्रण और समाज में शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
2. जया तिवारी (वीमेन रॉक बैंड) महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से संगीत के माध्यम से जागरूकता फैलाने का प्रयास। उनके रॉक बैंड ने समाज में महिलाओं की भूमिका को सशक्त रूप से प्रस्तुत किया।
3. बृजेश सिंह (पत्रकार) पत्रकारिता के क्षेत्र में निष्पक्षता और पारदर्शिता का उदाहरण प्रस्तुत किया। उनकी रिपोर्टिंग ने समाज के अनछुए मुद्दों को प्रमुखता दी।
4. मिलिंद राज (ड्रोन मैन) प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने नवाचारों से उन्होंने जरूरतमंदों की सहायता की। उनके बनाए ड्रोन ने चिकित्सा और आपदा प्रबंधन में अद्वितीय योगदान दिया।
5. अनिल रस्तोगी (अभिनय)रंगमंच और सिनेमा में अपने उत्कृष्ट अभिनय के जरिए समाज को प्रेरित किया। उनकी अदाकारी ने कई सामाजिक मुद्दों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।
6. फराह नाज़ (गायन) भारतीय संगीत के विभिन्न आयामों को बढ़ावा देने और संगीत के माध्यम से समाज को जोड़ने में उनकी भूमिका सराहनीय रही।
7. गुलशन भारती (संगीतकार) शास्त्रीय और समकालीन संगीत के मेल से नई धुनें बनाकर संगीत प्रेमियों के दिलों में खास जगह बनाई।
8. डॉ. अरुण पांडेय (चिकित्सा और समाज सेवा) ग्रामीण क्षेत्रों में नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कीं और गरीबों के इलाज के लिए विशेष अभियान चलाया।
9. कलीमुल्ला खान (मैंगो मैन) मैंगो की नई प्रजातियों के विकास में उनका योगदान सराहनीय है। उनके प्रयासों ने भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
10. संजय गुप्ता (व्यापार) व्यवसाय के क्षेत्र में ईमानदारी और कड़ी मेहनत से उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
11. बिलाल सहरनपुरी (शायर) अपनी शायरी के माध्यम से उन्होंने सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाई।
12. कुदरतुल्लाह खान (सामाजिक सेवा) रक्तदान और अन्य सामाजिक अभियानों में उनकी भागीदारी ने कई जरूरतमंदों की जान बचाई।
13. नमन तिवारी (क्रिकेटर) खेल जगत में उन्होंने अपने प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया।
14. सीता ग्रुप ऑफ एजुकेशन (शिक्षा के क्षेत्र में योगदान) दिनेश सहगल जी को उत्तर प्रदेश में फ़िल्म के योगदान विस्तार के लिए
संदीप सक्सेना जी को समाज सेवा शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर हजारों छात्रों को लाभान्वित किया।
मुख्य और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित पूर्व न्यायमूर्ति श्री सी.बी. पांडेय ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से समाज को प्रेरणा मिलती है और नवाचार को बढ़ावा मिलता है।
विशिष्ट अतिथियों में शामिल थे:
संदीप सक्सेना
वंदना सिंह (एडवोकेट, हाई कोर्ट)
साहिल (अंतरराष्ट्रीय शायर)
हबीबुल हसन (शायर और पुलिस अधिकारी)
राजेश कुमार जायसवाल (ऑक्सीजन मैन)
मुकेश वर्मा (निदेशक, सत्यपथ)
विनोद मिश्रा (मुख्य संरक्षक, सत्यपथ)
नौशाद अली राहत (निर्देशक, आइरिस फिल्म क्रिएशन)
रितेश सिंह (सचिव, सत्यपथ)
कार्यक्रम की सफलता में योगदान
इस आयोजन के संयोजन में राजेश कुमार जायसवाल (ऑक्सीजन मैन) का विशेष योगदान रहा। यह आयोजन आईरिस, सुबोही फाउंडेशन, रीत फाउंडेशन, वोमेन जॉर्नलिस्ट एसोसिएशन, और अवधी विकास संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ।
समारोह का समापन और संदेश
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगीत के साथ हुआ। आयोजक मुकेश वर्मा ने कहा, “यह पुरस्कार समाज में सकारात्मक बदलाव के प्रतीक हैं। इससे न केवल सम्मानित व्यक्तियों को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलती है।”