चंदनकियारी के मुल्लूडीह में आदिवासी सेंगेल अभियान द्वारा सेंगेल सभा का किया गया आयोजन

मीडिया हाउस न्यूज एजेंन्सी बोकारो : चंदनकियारी प्रखंड के अन्तर्गत कुमीरडोबा पंचायत के मुल्लूडीह में आदिवासी सेंगेल अभियान द्वारा सेंगेल सभा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता चंदनकियारी प्रखंड सेंगेल अध्यक्ष राजेश मुर्मू और संचालन चंदनकियारी प्रखंड सेंगेल परगना भुटेल टुडू ने किया। सेंगेल सभा में मुख्य अतिथि झारखंड प्रदेश संयोजक जयराम सोरेन ने अपने संबोधित में कहा कि आज आदिवासी समाज मौत के मुहाने पर खड़ा है। आदिवासी समाज का अस्तित्व,पहचान,हिस्सेदारी,भाषा,जल,जंगल,जमीन सब कुछ लुटा जा रहा है। किन्तू आदिवासी समाज के अगुआ माझी बाबा इन तमाम महत्वपूर्णू जानकारी से अनभिज्ञ हैं। आदिवासी समाज में के माझी बाबा अनपढ़ ,पिय्यकड़,असंवैधानिक कृत्य,नशाखोरी को बढ़ावा देने वाले हैं। इनको समाज से कोई लेना देना नहीं है। जिसके कारण आदिवासी गांव समाज में डायन के नाम पर महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है अंधविश्वास को बढ़ावा देने का कार्य करते हैं। आदिवासी समाज को दलदल से बहार निकालने की बजाय समाज में स्वाशासन के नाम स्वशोषण करते हैं। इसलिए सभी आदिवासी गांव- समाज के स्वाशासन व्यवस्था में वंशानुगात नियुक्त- माझी परगना आदि में संविधान कानून और जनतंत्र लागू किया जाए। उन्होनें आगे कहा कि भारत के 15 करोड़ आदिवासियों को “सरना धर्म कोड” की मान्यता दिया जाए एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड द्वारा 5 जनवरी 2023 को आदिवासियों का ईश्वर मरांग बुरू (पारसनाथ पहाड़) को जैनों को लिखित सुपुर्द किया गया उसे आदिवासियों को अविलंब वापस किया जाए। राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त संताली भाषा जो आठवीं अनूसूची में शामिल हैं उसे झारखंड में प्रथम राजभाषा बनाया जाए। सभा में सिमोलटांड़ विलेज सेंगेल टावर सोनी मुर्मू,दिवाकर मुर्मू,सहदेव किस्कू, सावित्री हंसदा,अनिता टुडू,मीना हेम्ब्रोम,हीरा किस्कू, तरनी किस्कू,रासमुनी बेसरा, रहला टुडू, सुनीता मुर्मू,सोना मुनी मारडी, सरिता मुर्मू, साधना हंसदा,अंकशा हंसदा, निरोड़ किस्कू, पियुसी मुर्मू, अमोती बेसरा,सोनामुनी किस्कू, लुखी मुनी हंसदा,बबिता हंसदा,नंदू बेसरा, बिंदु बेसरा, इंदु बेसरा,सरिता बेसरा, मुनिका मारडी, काजोल मुर्मू, सोनामुनी हांसदा,सुकुरमुनी मार्डी, दशरथ मार्डी आदि शामिल थे।