महिला संवाद कार्यक्रम का सफल समापन – सामाजिक परिवर्तन की ओर ऐतिहासिक पहल

59 दिनों तक लगातार चले महिला संवाद का आज हुआ समापन

मीडिया हाऊस न्यूज एजेंसी बेतिया मोहन सिंह।पश्चिम चंपारण जिले में 18 अप्रैल से 15 जून तक आयोजित महिला संवाद कार्यक्रम का सफल समापन एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में दर्ज हुआ है। जिले के 18 प्रखंडों के 2542 ग्राम संगठनों में इस कार्यक्रम का शांतिपूर्ण, समन्वित और रोस्टर आधारित आयोजन, सामाजिक जागरूकता और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक प्रेरणास्पद उदाहरण बन गया है।

यह कार्यक्रम केवल संवाद तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह महिलाओं की भावनाओं, आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को मंच देने वाला एक जनांदोलन बन गया। ग्रामीण महिलाओं की भागीदारी और उत्साह ने इसे सामाजिक चेतना का पर्व बना दिया। इन आयोजनों में जिले के 40000 जीविका स्वयं सहायता समूह, 2542 ग्राम संगठन और 59 संकुल संघों ने सफल आयोजन में अहम सहयोग प्रदान किया । महिलाओं की सक्रिय भागीदारी के लिए जीविका समूह कि दीदियों को इन आयोजनों में शामिल होने के लिए जीविका समूह से बाहर की महिमाओं को आमंत्रित किया और समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं ने अपना तजुरबा साझा किया जिससे स्मवाद में भाग लेने वाली सभी महिलाओं को प्रेरणा भी मिला । साथ ही साथ महिलाओं कि निजी और सामूहिक आकांक्षाओं को सुनने, उस पर विचार विमर्श कर सरकार तक पहुचाने और त्वरित करवायी का अद्भुत एहसास महिलाओं को हुआ । आज संवाद कार्यक्रम के अंतिम दिन अपने संदेश में जिला परियोजना प्रबंधक श्री आर. के आयोजन के लिए पश्चिम चंपारण जिला जीविका परिवार की ओर से हम सभी सहभागी संस्थाओं और विशेष कर जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया ,जिनके निरंतर सहयोग, मार्गदर्शन और भागीदारी से इतने बड़े कार्यक्रम का सफल आयोजन हो सका । उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिलाधिकारी महोदया, उपविकास आयुक्त एवं अन्य अधिकारियों ने कार्यक्रम में उपस्थित ही कर महिलाओं को जागरूक, सशक्त और हौसला बढ़ाने का काम किया
जीविका के प्रबंधक सामाजिक विकास सतीश कुमार ने सभी पंचायत, प्रखंड एवं जिला स्तर के आयोजन और अनुश्रवण समितियाँ के सदस्यों सभी सामुदायिक समन्वयक, शेत्रीय समन्वयक , प्रखंड परियोजना प्रबंधकों,एवं कैडर जिन्होंने ज़मीनी स्तर पर दिन-रात मेहनत कर दो पालियों में महिला संवाद का सफल आयोजन में अपना योगदान किया का आभार जताया । उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम न केवल एक आयोजन था, बल्कि यह महिलाओं की आवाज़ को पहचान दिलाने और उनकी सामाजिक भागीदारी को सशक्त बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर रहा।

बगहा विधानसभा भ्रमण के दौरान युवाओं ने स्किल ट्रेनिंग और खेल संसाधनों की आवश्यकता पर बल दिया.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *