भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना को हराकर डिप्टी सीएम बने सुरेंद्र चौधरी, जश्न का माहौल – सुरेन्द्र चौधरी और रविंदर रैना हैं कट्टर दुश्‍मन

जम्मू (अनिल भारद्वाज) मीडिया हाऊस 17ता.केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यंमत्री के रूप में उमर अब्दुल्ला ने शपथ ले ली है । उनके साथ अन्य पांच मंत्रियों ने भी शपथ ली है। शपथ ग्रहण समारोह श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में रखा गया था। उमर अब्दुल्‍ला और उपरांत उपराज्‍यपाल मनोज सिन्‍हा ने चौधरी को उपमुख्‍यमंत्री पद की शपथ दिलवाई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जम्मू कश्मीर व नौशहरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की सीट पर चुनाव लड़ने वाले रविंद्र रेना को पटखनी लगाने वाले नेशनल कांफ्रेंस के प्रत्याक्षी सुरेंद्र चौधरी को अब्दुल्ला ने डिप्टी सीएम का तोहफा दिया। और सुरेंद्र चौधरी अपने नाम के साथ डिप्टी सीएम का नाम सुनते ही भावुक हो गए। बता दे कि डिप्टी सीएम की शपथ लेने वाले चौधरी आठवीं पास हैं जानकारी के मुताबिक। और क्षेत्र में विकास की सोच रखते हैं।

कौन हैं सुरेंद्र चौधरी :-

जम्‍मू-कश्‍मीर में हाल ही में संपन्‍न हुए विधानसभा चुनाव में नौशहरा विधानसभा सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस के टिकट पर जीत हासिल की और भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका दिया। नेशनल कॉन्फ्रेंस के सुरेंद्र कुमार चौधरी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना को इस चुनाव में 7819 वोटों से हराकर पटखनी दी है।

सुरेन्द्र चौधरी का राजनीतिक करियर 2014 विधानसभा चुनाव में नौशहरा सीट से पीडीपी के टिकट पर सुरेंद्र चौधरी ने पहली बार चुनाव लड़ा था लेकिन भाजपा के रविंद्र रैना से हार गए थे। 2014 में रैना 37374 और सुरेंद्र चौधरी को 27871 वोट मिले थे।

नौशहरा जो कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था। भाजपा के रविंद्र रैना ने 2014 में भगवा फहराया था वहीं ठीक 10 साल बाद हुए 2024 चुनाव में नेशनल कान्‍फ्रेंस के टिकट पर सुरेंद्र चौधरी ने चुनाव लड़कर भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष रैना से जीत हासिल कर भाजपा से ये सीट हथिया कर फारुख अब्दुल्‍ला की झोली में डाल दी। जिसका तोहफा सुरेन्द्र कुमार चौधरी को देकर केंद्र शासित राज्य का डिप्टी सीएम बनाया गया।

राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में उपराष्ट्रपति का भाषण, एक वकील के रूप में आप समझ सकते हैं कि वारंट एक कठोर शब्द है।

सुरेन्द्र चौधरी और रविंदर रैना हैं कट्टर दुश्‍मन:-

सुरेन्द्र चौधरी और भाजपा नेता रैना के बीच लंबे समय से 36 का आंकड़ा रहा है। जिसकी शुरूआत 2014 के नौशेरा विधानसभा चुनावों से हुई थी, जब वे पहली बार एक-दूसरे के खिलाफ़ लड़े थे लेकिन 2014 में सुरेंद्र चौधरी ने पीडीपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। चुनाव अभियान के दौरान दोनों के बीच हाथपाई तक हो गई थी और रविंदर रैना घायल होकर अस्‍पताल पहुंच गए थे। तभी से दोनों एक दूसरे के कट्टर दुश्‍मन बन गए थे।
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अनिल भारद्वाज

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