विद्यार्थियों ने पेड़-पौधों को फ्रेंडशिप बैंड बांधकर उनकी रक्षा का लिया संकल्प।

मीडिया हाउस न्यूज एजेंन्सी 05ता०बोकारो। दिल्ली पब्लिक स्कूल में शनिवार को मैत्री बंधन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने पेड़-पौधों को फ्रेंडशिप बैंड बांधकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया। इस दौरान नन्हें बच्चों के चेहरे पर मुस्कान देखते ही बन रही थी। विदित हो कि रविवार को अंतरराष्ट्रीय मित्रता दिवस है। मित्रता दिवस के बारे में विद्यालय की चीफ मेंटर डॉ. हेमलता एस मोहन ने कहा कि माता-पिता और परिवार के साथ बच्चों का रिश्ता जन्म से जुड़ जाता है। लेकिन दोस्ती ही एक ऐसा रिश्ता होता है, जो लोग पहली बार खुद से बनाते हैं।  पेड़ हमारे सच्चे मित्र हैं। हमें उनकी रक्षा करनी चाहिए। ऐसे परोपकारी सच्चे मित्रों का विकास करना हमारा नैतिक दायित्व है। मानव का पेड़ पौधों के साथ अटूट रिश्ता रहा हैं। भारतीय संस्कृति में प्रकृति के अन्य चीजों की तरह पेड़ों की पूजा भी की जाती हैं। बरगद, तुलसी, नीम, पीपल जैसे पेड़ों में देवों का वास माना गया है। हम पेड़ों के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। हमारी प्रकृति में पेड़ सबसे बड़े परोपकारी हैं, वे हमारे लिए एक मित्र की तरह ही अपना सब कुछ निस्वार्थ ही दान कर देते हैं। हमारे जीवन में पेड़ों का बहुत महत्व है। इस अवसर पर विद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या दीपाली भुस्कुटे ने कहा कि ये पेड़-पौधे हमें प्रदूषण से बचा रहे हैं, ये हमारे सबसे बड़े मित्र और शुभचिंतक होते हैं, इसलिए इनकी रक्षा जरूरी है। पेड़ों से हमें तरह तरह के फल मिलते हैं। फल खाने से शरीर स्वस्थ रहता है। पेड़ों के फूलों से खुशबू मिलती है। पेड़ हमें प्राणवायु ऑक्सीजन देकर जीवन प्रदान करते ही हैं, साथ ही हरे भरे पेड़ वर्षा में भी सहायक हैं। घने जंगल बाढ़ आदि को रोकने तथा मिट्टी के कटाव को रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं। पेड़ों से हमें लकड़ी मिलती है लकड़ी से छत, दरवाजे, खिड़कियां, कुर्सी, मेज आदि चीजें बनती हैं। कई पेड़ों की जड़, छाल और पत्तियों से दवाइयां बनती हैं। पेड़ पौधे वातावरण को स्वच्छ बनाने तथा संतुलन बनाने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कोलकत्ता के कारिगरों द्वारा बनाया जा रहा दिल्ली के अक्षर धाम,16 फीट के गणेश जी होगें विराजमान 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *