प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में प्रशिक्षुओं ने अपनी इंटर्नशिप शुरू की

AKGupta मीडिया हाउस न्यूज एजेन्सी नई दिल्ली-प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआईएस) ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इस योजना के अंतर्गत 656 जिलों के प्रशिक्षुओं ने 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की शीर्ष कंपनियों के साथ अपनी इंटर्नशिप शुरू की है। यह पहला समूह एक परिवर्तनकारी पहल की शुरुआत है जिसका उद्देश्य भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश को एक दृढ़ विकासात्मक शक्ति में बदलना है। प्रशिक्षुओं को सहायता प्रदान करने के लिए, प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के तहत 6,000 रुपये का एकमुश्त अनुदान वितरित किया गया है। भारत की शीर्ष कंपनियों ने भी अपने संबंधित प्रशिक्षुओं का उत्साहपूर्वक स्वागत किया है और उनकी प्रशिक्षण प्रक्रिया शुरू कर दी है।
युवाओं का सशक्तिकरण
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के पायलट प्रोजेक्ट का लक्ष्य 21-24 वर्ष की आयु के युवाओं को 1.25 लाख इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करना है। प्रशिक्षु (इंटर्न) को 12 महीने के लिए प्रति माह 5000 रुपये का भत्ता मिलेगा।
पीएमआईएस प्रशिक्षुओं और पर्यवेक्षकों तथा एमसीए अधिकारियों के बीच बातचीत
चेन्नई परिसर में विप्रो के सीओओ संजीव जैन के साथ पीएमआईएस प्रशिक्षु
शीर्ष कंपनियों में पीएमआईएस प्रशिक्षु
देश भर में प्रशिक्षुओं ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत अपने पेशेवर सफर की शुरुआत की, कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने पहले समूह और उनके पर्यवेक्षकों के साथ वर्चुअल माध्यम से बातचीत की। इसमें विभिन्न कंपनियों और उसके स्थानों के प्रशिक्षु शामिल थे, जिनमें जम्मू में एमक्योर, असम के जोरहाट में ओएनजीसी; मध्य प्रदेश के बालाघाट में मॉयल लिमिटेड; ओडिशा के झारसुगुड़ा में वेदांता; कर्नाटक के रायचूर में मन्नापुरम फाइनेंस; तमिलनाडु के कन्याकुमारी में मुथूट फाइनेंस; अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में आईओसीएल; उत्तर प्रदेश के अजबापुर में सीसीएम श्रीराम; दमन और दीव में एल्केम लैब्स; आंध्र प्रदेश के गुंटूर में मारुति सुजुकी और बजाज फाइनेंस; उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में जुबिलेंट फूड्स; छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में एनएमडीसी; तमिलनाडु के कृष्णगिरि में टाइटन; बिहार के बरौनी और छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एनटीपीसी; और आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में अवंती फीड्स शामिल हैं। विभिन्न स्थानों के अभ्यर्थी में इंटर्नशिप शुरू करने की संभावना को लेकर उत्सुकता और उत्साह देखने को मिला।
पीएमआईएस के तहत इंटर्नशिप का उद्देश्य प्रशिक्षुओं को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना और भारत के युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ाना है। पीएमआईएस भारत सरकार के समावेशी विकास के दृष्टिकोण का प्रतीक है, जो यह सुनिश्चित करता है कि हमारे युवा राष्ट्र की प्रगति में योगदान दें और उससे लाभान्वित हों।
पीएमआईएस प्रशिक्षुओं से मिलें
श्रीमती कर्णाकुला वरलक्ष्मी (काकीनाडा आंध्र प्रदेश)
23 वर्षीय श्रीमती कर्णाकुला वरलक्ष्मी ने आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में अवंती फीड्स लिमिटेड में प्रोसेसिंग वर्कर के रूप में अपनी इंटर्नशिप शुरू की है। विवाहित और दो वर्षीय लड़के की मां, वरलक्ष्मी ने इस इंटर्नशिप को जरूरत की वजह से नहीं, बल्कि अपने व्यक्तित्व और व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा पर जोर देने के लिए चुना। उनका प्रशिक्षण गुणवत्ता नियंत्रण पर केंद्रित है, जो कृषि और संबद्ध उत्पादन में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। जब उनसे उनकी प्रेरणा के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया, “मैं खुद के लिए काम करना चाहती हूं, अपना कुछ हासिल करना चाहती हूं।” उनकी कहानी दृढ़ संकल्प और आत्म-विश्वास की शक्ति का उदाहरण है।
सुश्री नैना प्रजापति (मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर की रहने वाली 22 वर्षीय सुश्री नैना प्रजापति ने हाल ही में दमन में एल्केम लैबोरेटरीज लिमिटेड की तकनीकी प्रशिक्षण अकादमी में अपनी इंटर्नशिप ट्रेनिंग शुरू की है। कंपनी ने नैना की मिर्जापुर से दमन तक की यात्रा में मदद की, जिसमें उनकी पहली हवाई यात्रा का अनुभव भी शामिल है, जिसे उन्होंने चुनौतीपूर्ण और रोमांचक बताया। उन्होंने कहा, “शुरू में मैं डरी हुई थी, लेकिन आखिर में मैंने इस अनुभव का पूरा आनंद लिया।” उन्होंने बताया कि इस अवसर ने उनके व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों ही क्षेत्रों के क्षितिज को किस तरह से व्यापक बनाया है। वह वर्तमान में एल्केम लैब्स की इन-हाउस तकनीकी प्रशिक्षण अकादमी के तहत एक महीने का प्रशिक्षण ले रही हैं।
आयुष तिवारी (खीरी, उत्तर प्रदेश)
21 वर्षीय आयुष तिवारी, बी एन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी लखनऊ से बायोटेक्नोलॉजी में 2024 बी.टेक स्नातक, ने गुजरात में पूर्णकालिक नौकरी के अवसर को छोड़कर प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत इंटर्नशिप करने का साहसिक निर्णय लिया। अब उत्तर प्रदेश के अजबापुर में डीसीएम श्रीराम लिमिटेड में एन्वायरमेंट एग्जीक्यूटिव इंटर्न, आयुष अपशिष्ट शोधन प्रक्रियाओं में व्यावहारिक अनुभव हासिल कर रहे हैं। जब आयुष से उनकी पसंद के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया, “एक फ्रेशर के रूप में, संबंधित शिक्षा मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है। इसके अलावा, मैं घर के करीब भी वापस जा सकता हूं।”
कंपनियों से समग्र सहायता
एक सहज बदलाव और सफल इंटर्नशिप अनुभव सुनिश्चित करने के लिए, प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना में भाग लेने वाली कंपनियां प्रशिक्षु को समग्र सहायता प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। ओएनजीसी जैसी कई कंपनियां विभिन्न जिलों से आने वाले प्रशिक्षु को सॉफ्ट स्किल और कंप्यूटर दक्षता में प्रशिक्षण के साथ-साथ आवास की सुविधा भी प्रदान कर रही हैं। मारुति सुजुकी ने एक व्यापक 30-दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम तैयार किया है, जबकि एल्केम लैबोरेटरीज टेक्निकल ट्रेनिंग एकेडमी में एक महीने का गहन तकनीकी प्रशिक्षण मॉड्यूल शामिल है। एमक्योर जैसी कंपनियां स्वास्थ्य बीमा और गेस्ट हाउस में शुरुआती 10-दिन ठहरने की सुविधा प्रदान करती हैं, जिससे शुरुआती दिनों में स्वास्थ्य और आराम सुनिश्चित होता है। अवंती फीड्स इन-हाउस डॉरमेट्री आवास और कैंटीन तक पहुंच प्रदान करती है, जबकि वेदांता सुविधायुक्त आवास सहायता प्रदान करता है। डीसीएम श्रीराम और एमक्योर द्वारा परिवहन सुविधाओं की भी व्यवस्था की जा रही है, जिससे दैनिक आवागमन सुगम हो जाता है।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत इंटर्नशिप की शुरुआत हो गई है, जिसमें युवा और कंपनियां सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। पायलट योजना के तहत कुल 6,21,962 आवेदन प्राप्त हुए हैं और कंपनियां वर्तमान में अभ्यर्थियों का चयन करने की प्रक्रिया में हैं।