सीएम योगी के निर्देश पर महाकुम्भनगर के 43 हॉस्पिटल हाई अलर्ट

मीडिया हाउस न्यूज एजेन्सी महाकुंभ नगर-महाकुम्भ में माघ पूर्णिमा स्नान के मद्देनजर बड़ी संख्या में आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर योगी सरकार ने व्यापक तैयारी की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुम्भ क्षेत्र के साथ ही शहर और मंडल के सभी अस्पताल हाई अलर्ट मोड में रहेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल, थल और नभ से निगरानी की जा रही है। जिसके तहत 133 एंबुलेंस को तैनात किया गया है, जो किसी भी आपात स्थिति में तत्काल राहत पहुंचाने का काम करेंगी। इसमें 125 एंबुलेंस के अलावा सात रिवर एंबुलेंस और एक एयर एंबुलेंस विशेष रूप से तैनात की गई हैं।

महाकुम्भ क्षेत्र के प्रत्येक सेक्टर में अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं की व्यवस्था की गई है। छोटे ऑपरेशनों से लेकर बड़ी सर्जरी तक की सुविधा मौजूद रहेगी। महाकुम्भ मेला के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि योगी सरकार की आपातकालीन सेवाएं विशेष रूप से एंबुलेंस सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इस दौरान 2000 से अधिक मेडिकल स्टाफ महाकुम्भ क्षेत्र में तैनात रहेगा, जबकि स्वरूप रानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल में 700 से अधिक मेडिकल फोर्स हाई अलर्ट रहेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष निर्देश पर एसआरएन अस्पताल में 250 बेड रिजर्व किए गए हैं। वहीं, आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए यहां पर 200 यूनिट ब्लड भी सुरक्षित रखा गया है। वहीं, महाकुम्भनगर के 500 बेड क्षमता वाले सभी 43 अस्पतालों को भी पूरी तरह से मुस्तैद रखा गया है।

स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में 40 बेड का ट्रॉमा सेंटर, 50 बेड का सर्जिकल आईसीयू, 50 बेड का मेडिसिन वार्ड, 50 बेड का पीएमएसएसवाई वार्ड और 40 बेड की बर्न यूनिट को रिजर्व रखा गया है। इसके अलावा, 10 बेड का कार्डियोलॉजी वार्ड और 10 बेड का आईसीयू भी पूरी तरह तैयार है। यहां संपूर्ण व्यवस्था की निगरानी प्रधानाचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा के नेतृत्व में की जा रही है, जबकि उप-प्रधानाचार्य डॉ. मोहित जैन और प्रमुख अधीक्षक डॉ. अजय सक्सेना विशेष रूप से श्रद्धालुओं की जरूरतों के मद्देनजर मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

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अस्पतालों में चिकित्सकीय सेवाओं की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए 30 वरिष्ठ डॉक्टरों को विशेष ड्यूटी पर लगाया गया है, जबकि 180 रेजिडेंट डॉक्टर और 500 से अधिक नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ लगातार सेवा देंगे। अस्पताल प्रशासन ने हाउसकीपिंग एजेंसियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि सफाई व्यवस्था में कोई लापरवाही न होने पाए।

स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल की प्रधानाचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा ने बताया कि माघ पूर्णिमा स्नान के दौरान किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में तुरंत अस्पताल से संपर्क करें। यहां निःशुल्क और उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा उपलब्ध रहेगी।

आयुष विभाग की 150 मेडिकल फोर्स के साथ 30 विशेषज्ञ डॉक्टर भी श्रद्धालुओं की सेवा के लिए तैनात किए गए हैं। इनमें एम्स दिल्ली और बीएचयू के चिकित्सा विशेषज्ञ भी सतर्क रहेंगे। डॉ. गिरीश चंद्र पांडेय ने बताया कि क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. मनोज सिंह के नेतृत्व में टीम 24 घंटे श्रद्धालुओं की हिफाजत के लिए अलर्ट मोड में है।

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