DM साहब.! खनन क्षेत्र में DMF द्वारा करोड़ों की लागत से बनी आरसीसी सड़क-नाली निर्माण की खुल गई पोल.! सड़क गड्ढे व नाले में तब्दील.!

सड़को पर भरा पानी, नाली जाम, जगह जगह बैठने-टूटने लगा सड़क.! ठेकेदार नदारत.!
– सड़क निर्माण के नाम पर कोरम पूरा कर सरकारी धनों का हुआ बंदरबांट.! अधिकारियों की कार्यशैली संदिग्ध.!
– बरसात से पहले ठेकेदारों द्वारा तत्काल सड़क नाली की साफ सफाई पानी निकलने की व्यवस्था कराई जाए.!
मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 30ता.सोनभद्र/लखनऊ-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा विकास कार्य को बढ़ावा देने व सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर जहां सख्त कार्रवाई व जांच कराई जा रही है वहीं खनन क्षेत्र में जिला खनिज निधि फाउंडेशन द्वारा करोड़ों की लागत से बनी व बन रही आरसीसी सड़क नाली निर्माण कार्य में विभागीय अधिकारियों के साठगांठ, कारनामे, सरकारी धनो के बंदरबांट की पोल खुलने लगी.! जिलाधिकारी महोदय एक बार खनन क्षेत्र में जिला खनिज नीति फाउंडेशन द्वारा खन्ना कैंप व लंगड़ा मोड़ बारी-डाला में बनी व बन रही सड़क, अधूरी पड़ी नाली‌, साफ सफाई सुरक्षा आदि कार्य का निरीक्षण कर स्वयं देख ले.!
1- खन्ना कैंप बारी-डाला से डाला-ओबरा संपर्क मार्ग.!
2- लंगड़ा मोड़ बारी-डाला से कोटा-टोला संपर्क मार्ग.!
3- रासपहाड़ी (बग्घा नाला) से डिग्री कॉलेज ओबरा संपर्क मार्ग.!
सड़कों का हाल-आरसीसी सड़क बना कि नहीं टूटना बैठना सड़कों पर पानी भरना शुरू.!
लोगों ने कहा कि जिलाधिकारी महोदय स्वयं देख ले.! जिस क्षेत्र में गिट्टी बोल्डर का उत्पादन हो, दूसरे क्षेत्र की मजबूत सड़क बने, उसी खनन क्षेत्र के सड़कों के निर्माण कार्य का यह हाल होगा किसी ने सोचा नहीं था कि सड़क निर्माण हुए अभी एक वर्ष भी पूरा नही हुआ सड़कों की खुलने लगी पोल.! सड़कों का टूटना, बैठना, सड़कों पर पानी भर जाना, नाली का अधूरा पड़ा होना, सड़कों-परियों-नालीयों पर भस्सी मिट्टी का जम जाना, सड़कों नालियों की साफ सफाई न होना, समय अवधि के अंदर निर्माण कार्य पूरा न होना, ठेकेदारों व विभागीय अधिकारियों का गायब होना, सरकारी संपत्ति का साठगांठ के माध्यम से बंदरबांट किया जाना क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
सड़क निर्माण की गुणवत्ता, सरकारी धनों के बंदरबांट की उच्च स्तरीय जांच हो। 
चर्चा है कि विभागीय अधिकारियों व ठेकेदारों द्वारा सड़क नाली निर्माण कार्य में कितना मानक को ध्यान में रखते हुए आरसीसी सड़क नाली का निर्माण कार्य कराया गया है या सरकारी धनो का बंदरबांट किया गया है यह उच्च स्तरीय जांच व चर्चा का विषय बन गया है कि एक साल में उक्त खनन क्षेत्र के सड़कों का यह हाल है तो आगे इस सड़क का भविष्य क्या होगा, पूरी सड़क पुनः गड्ढे में तब्दील हो जाएगी, अगर यूं ही जिला खनिज नीति फाउंडेशन की धनराशि का बंदरबांट व दुरुपयोग होता रहेगा।
खनन क्षेत्र की सड़को व पटरी पर बोल्डर मिट्टी गिराने वाले टीपरो व प्लांटों पर हो सख्त कार्यवाही। 
 स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से मांग किया कि खनन क्षेत्र में बन रहे समस्त सड़कों नालियों डिवाइडर, पटरिया को मजबूत व टिकाऊ बनाया जाए कार्य में लापरवाही बरतने व सड़कों की सुरक्षा व मेंटेनेंस न करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि किसी भी प्रकार की घटना व दुर्घटना न घटे, अगर कोई टीपर डंपर प्लांट मालिक सड़क पर बोल्डर मिट्टी भस्सी गिराता है तो उसके ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि सड़क सुरक्षित रहे लोगों को आवागमन में किसी भी प्रकार की घटना दुर्घटना व दिक्कत न हो.!
वाराणसी शक्तिनगर मुख्य मार्ग बारी डाला मां वैष्णो मंदिर से लेकर डाला मस्जिद तक दोनों पटरियों पर हुए अतिक्रमण व नाली की सफाई अगर बरसात से पहले नहीं कराई गई तो कभी भी भयंकर सड़क हादसा हो सकता है। बरसात होते के साथ ही मुख्य मार्ग नाला के रूप में तब्दील हो जाता है। लोगों के घरों में पानी भरने लगता है, गाड़ियों के आवागमन से बड़े पैमाने पर लोगों को दिक्कत व कठिनाइयों के सामना के साथ ही एक्सीडेंट का भय बना रहता है.!

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