डीपीएस चास में सदन उत्सव ‘आविर्भाव का समापन, यमुना सदन प्रथम

देशभक्ति रंग में रंगे नजर आए विद्यार्थी, आंखों में है स्वर्णिम भारत… गीत पर नृत्य ने बांधा समां

मीडिया हाउस न्यूज एजेंन्सी 28ता०बोकारो। दिल्ली पब्लिक स्कूल चास में तीन दिवसीय सदनोत्सव ‘आविर्भाव’ के अंतिम दिन विद्यालय के चारों सदनों (गंगा, यमुना, चेनाब और सतलज) के विद्यार्थियों ने पूरे उल्लास के साथ देशभक्ति गीतों पर नृत्य की प्रस्तुति की। जयोस्तुते-जयोस्तुते… गीत पर चेनाब सदन, सूरज पर हम कर के सवारी… गीत पर सतलज सदन, आंखों में है स्वर्णिम भारत… गीत पर यमुना सदन और वंदे मातरम… गीत पर गंगा सदन के विद्यार्थियों ने नृत्य कर समां बांध दिया। नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति देकर विद्यार्थियों ने देश की एकता का संदेश भी दिया। इस दौरान मंच पर झांसी की रानी और अंग्रेजों के बीच युद्ध को भी दर्शाया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सुरेश अग्रवाल (सचिव-डीएस मेमोरियल सोसायटी चास), कार्यवाहक प्राचार्या दीपाली भुस्कुटे, विद्यालय के डीन जोस थॉमस, पुष्प सनशाइन स्कूल चास की निदेशक पुष्पा अग्रवाल सहित सभी शिक्षक व सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित थे। बेहतर प्रदर्शन के आधार पर यमुना सदन को प्रथम, गंगा सदन को द्वितीय, चेनाब सदन को तृतीय व सतलज सदन को चौथा स्थान प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका विमल कुमार पात्रा (विभागाध्यक्ष नृत्य-जीजीपीएस चास), मधुमिता भौमिक (नृत्य विशेषज्ञ) व चंद्रिमा रे ( नृत्य विशेषज्ञ संत-जेवियर स्कूल, बोकारो) ने निभाई। अपने संदेश में डीपीएस चास की चीफ मेंटर डॉ. हेमलता एस मोहन ने कहा कि विद्यार्थियों ने इस प्रस्तुति से देश की आजादी में योगदान देने वाले महापुरुषों, अपनी जान गंवाने वाले वीर और वीरांगनाओं के जीवन को नृत्यों के माध्यम से दर्शाया। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय शिक्षा के मूल उद्देश्यों के अनुकूल ही शिक्षा की गुणवत्ता के साथ-साथ सह शैक्षणिक क्षेत्रों में भी विद्यार्थियों को कुशल बनाने की सम्पूर्ण व्यवस्था के साथ प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार अपना क्षेत्र चुनने की स्वतंत्रता देनी चाहिए। ऐसे कार्यक्रम मन और शरीर की समग्र साधना की दिशा में हमारे प्रयास को प्रतिबिंबित करते हैं। नई शिक्षा नीति में इन्हें अनिवार्य रूप से लागू किया गया है। विद्यालय की कार्यवाहक प्रचार्या दीपाली भुस्कुटे ने कहा कि डीपीएस चास विद्याथियों के सर्वांगीण विकास को प्रोत्साहित करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए नये तरीकों की खोज करने के लिए प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि डीपीएस चास ने विगत 6 सालों की अपनी यात्रा में बहुत ही तरक्की की है। यह विद्यालय धीरे-धीरे एक कली से विकसित होकर फूल बन रहा है। आत्मविश्वासी व्यक्तित्व का निर्माण कर बेहतर इंसान बनाने और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए बच्चों को कुशल मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। डीएस मेमोरियल सोसायटी के सचिव सुरेश अग्रवाल ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए पूरे डीपीएस परिवार को बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन कक्षा 11सी की छात्रा राधिका श्रीवास्तव, 11ए की छात्रा तनुश्री हांसदा, 11बी की छात्रा आरिशा आजीन, 9बी के छात्र सुदीप दत्ता, 9बी के ही ऋषभ राज ने किया। धन्यवाद ज्ञापन संगीत शिक्षक शुभोजीत मिश्रा ने किया।

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