परिंदा सिंह भाजपा में शामिल तो कांग्रेस नेत्री श्वेता सिंह ने कहा परिवार तोड़ने की हो रही साजिश, 2024 में जनता सब तय कर देगी।

मीडिया हाउस न्यूज एजेंन्सी 14ता०बोकारो। झारखंड के कद्दावर नेता रहे स्व० समरेश सिंह उर्फ दादा की विरासत को लेकर दो बहु हुई आमने सामने। आज जहां एक ने भाजपा का दामन आज थामा वही दूसरी बहु है कांग्रेस में है। स्व० समरेश सिंह की एक बहु परिंदा के भाजपा में आज शामिल होते ही दूसरी बहु स्वेता सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है। स्वेता सिंह पिछला विधासभा चुनाव साल 2019 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी है और करीब 99 हजार 20 वोट लाई थी और भाजपा के प्रत्याशी बिरंची नारायण 1लाख 12हजार 333 वोट लाए थे यानी 13 हजार 313 वोटो से हार गई थी। जिसके बाद ये कयास लगाया जा रहा था की अगला चुनाव काटे का होगा। बता दें की स्वर्गीय समरेश सिंह पांच बार विधायक जिसमे एक बार मंत्री भी रह चुके थे। ऐसे में उनका बहुत बड़ा जनाधार बोकारो में माना जाता रहा है। समरेश सिंह को लोग प्यार से दादा कहते थे। ऐसे में दादा के कार्यकर्ता भी काफी मजबूती के साथ दादा के जाने के बाद इस परिवार के साथ खड़े रहे। राजनीतिक विरासत को लिए भी कई बार उहापोह की स्थिति देखने को मिली लेकिन दादा के रहते दादा ने सारे चीजों को संभाल लिया था। साल 2019 के चुनाव के बाद और दादा के इस दुनिया से चले जाने के बाद राजनीतिक विरासत को लेकर चर्चाएं होती रही। आज समरेश सिंह के एक पोतोहू परिंदा सिंह के भाजपा में चले जाने के बाद दूसरी बहु स्वेता सिंह जो कांग्रेस के बोकारो विधानसभा से प्रत्याशी रही है और कांग्रेस नेत्री है का कहना है की कोई कही जाए लेकिन दादा के राजनीतिक विरासत उन्ही को मिला है और जनता सबकुछ जान रही है। स्थानीय विधायक द्वारा परिवार को तोड़ने की जो साजिश हो रही है  कुछ भी कर ले जनता 2024 में सारी चीजे तय कर देगी। उन्होंने कहा की जब स्व० समरेश सिंह जिंदा थे तो साल 2019 में उन्हें ही राजनीतिक विरासत के रूप में आशीर्वाद दिए थे। वही रांची में बाबूलाल के समक्ष आज भाजपा में शामिल परिंदा सिंह ने कहा की ये उसका पुराना घर है।

 

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