जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के सम्बन्ध में बैठक की

मीडिया हाउस सोनभद्र-जिलाधिकारी बी एन सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के सम्बन्ध में बैठक की। बैठक में उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत प्रधानमंत्री का उद्देश्य है कि देश में 01 करोड़ घरों पर सौर उर्जा संयंत्र लाकर देश के लोगों को एवं देश को उर्जा के क्षेत्र में निर्भर बनाकर नया भारत समृद्धि भारत बनाना है। इस मकसद से केन्द्र सरकार ने सूर्य घर योजना के तहत में लोगों को अपने घरों पर ऑनग्रीड सोलर पावर प्लाण्ट लगाने पर केन्द्रीय अनुदान की घोषणा की है।
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि 1 KWP संयंत्र क्षमता पर 65 हजार रूपये लागत अनुमानित है, जिसमें केन्द्रीय अनुमान 30 हजार निर्धारित है तथा राज्य अनुदान 15 हजार है, इस प्रकार कुल अनुदान 45 हजार है। 2 KWP संयंत्र क्षमता पर 1 लाख 30 हजार रूपये लागत अनुमानित है, जिसमें केन्द्रीय अनुमान 60 हजार निर्धारित है तथा राज्य अनुदान 30 हजार है, इस प्रकार कुल अनुदान 90 हजार है। इसी प्रकार से 3 KWP संयंत्र क्षमता पर 1 लाख 80 हजार रूपये लागत अनुमानित है, जिसमें केन्द्रीय अनुमान 78 हजार निर्धारित है तथा राज्य अनुदान 30 हजार है, इस प्रकार कुल अनुदान 1 लाख 8 हजार है। इसी प्रकार से 4 से 10 KWP संयंत्र क्षमता पर 60 हजार रूपये प्रति कि0वा0 लागत अनुमानित है, जिसमें केन्द्रीय अनुमान 78 हजार निर्धारित है तथा राज्य अनुदान 30 हजार है, इस प्रकार कुल अनुदान 1 लाख 8 हजार निर्धारित है। उन्होंने प्रत्येक कि0वा0 पर अनुदान की राशि बताते हुए लोगों को कनेक्शन के लिए प्रेरित करने के निर्देश हैं।
उन्होंने बताया कि सोलर प्लान्ट स्थापित होने के उपरान्त गुल अनुदान उपभोक्ता के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से भेज दिया जाता है। इस योजना के तहत आवेदन भारत सरकार के वेबसाइट https://pmsuryaghar.in पर जाकर अपना pmsuryaghar एप्लीकेशन अपने स्मार्ट फोन में डाउनलोड करके वेवसाइट एवं एप्लीकेशन पर दी गयी आवेदन प्रक्रियानुमार किया जा सकता है। इस योजना में कोई भी परेलू विद्युत कनेक्शन का उपभोक्ता अपने घर पर ऑनग्रिट मोलर पावर प्लाण्ट लगवा सकता है। उपभोक्ता के घर के छत पर 01 कि. वा. सोलर पावर प्लाष्ट लगवाने के लिए 10 वर्गमीटर (लगभग 100 (वर्गफीट) छाया रहित छत की आवश्यकता होगी। विद्युत उपभोक्ता अपने विद्युत कनेक्शन की क्षमता के बराबर या उससे कम ऑनग्रिट सोलर पावर प्लाण्ट लगवा सकता है। केन्द्रीय व राज्य अनुदान जिस नाम से विद्युत कनेक्शन है उसी के बैंक के खाते में सोलर पावर प्लांट लगाने के उपरान्त आयेगा। सोलर पावर प्लांट स्थापित करने वाली फर्म भारत मरकार के पोर्टलध्/यूपीनेडा के पोर्टन पर रजिस्टर्ड होना अनिवार्य है। गैर रजिन्टर्ड फर्म द्वारा लगवाये गये सोलर पावर प्लांट पर सब्सिडी (अनुदान) नहीं मिलेगी। ऑनग्रिड सोलर पावर प्लाण्ट लगाने के बाद उपभोक्ता को बिजली मीटर बदलकर नेटमीटर लगाया जाता है। नेटमीटर में सोलर पावर प्लाण्ट से प्रति दिन उत्पादित बिजली रिकार्ड होती है। विद्युत विभाग द्वारा माह के अन्त में बिजली की रीडिंग से सोलर के बिजली रीडिंग घटाकर बिजली बिल बनाया जाता है। जिससे उपभोत्ता को बिजली बिल कम देना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि उपभोत्ता द्वारा 2 कि. वा. का सोलर पावर प्लाण्ट लगाने से 01 दिन में लगभग 08 से 09 यूनिट बिजली बनती है। जो महीना में लगभग 250 से 300 यूनिट होती है। यदि उपभोक्ता का बिजली बिल 350 यूनिट है तो उसे केवल 50 यूनिट का बिजली बिल देना पड़ेगा। यदि उपभोक्ता का बिजली बिल 250 यूनिट है एवं उपभोक्ता से सोलर पावर प्लाण्ट की बिजली 300 यूनिट है, तो बिजली विभाग द्वारा अगले महीनों में 50 यूनिट का समायोजन किया जायेगा। इस योजना के सम्बन्ध में अधिक जानकारी के लिए परियोजना अधिकारी यूपीनेडा विकास भवन कक्ष संख्या 63 लोदी अथवा विद्युत विभाग के अधिशासी अभियन्ता, राबर्ट्सगंज- सोनभद्र के सम्पर्क किया जा सकता है। इस योजना के सम्बन्ध में किसी प्रकार की समस्या के लिए सम्पर्क के लिए मो0 नं0 9415609066 उपलब्ध है। परियोजना निदेशक नेडा ने जानकारी देते हुए बताया कि सोनभद्र में कार्यरत 10 वेन्डर चयनित है, जिसमें सोलरा इंडस्ट्रीज मो0 नं0-9793563569, एम.डी. इंटरप्राईजेज-8318348496, इंडिया ग्रीन एनर्जी- 9453183755, सरिता कन्ट्रक्शन-9838879443, अन्नत सोलर सोल्युशन-7905005826, हनुमत सोलर हाउस-9415879484, सार्वी ग्रीन एनर्जी-9453917348, बघेल इन्टरप्राईजेज-9889221100, ग्रीन साईन-7398049878, ए.एस.पी.आई.-7985443700 हैं। जो लाभार्थी इस योजना का लाभ लेना चाहत हैं, इनसे सम्पर्क कर सकते हैं। बैठक में परियोजना निदशक यू0पी0नेडा, एल0डी0एम0 सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।