गोल्ड मेडलिस्ट सुमित कुमार को राष्ट्रीय आदर्श शिक्षक पुरस्कार 2023 से किया गया सम्मानित

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 4ता.बेतिया। सुविचार वाले इंसान कही अलग से नहीं आते, हमारे ही समाज में ऐसे युवा है जो इस दौर में भी अपना सबकुछ देकर समाजहित में काम कर रहे है। उसी में है चनपटिया प्रखंड के बरोहिया निवासी गौरीशंकर ठाकुर एवं आभा देवी के पुत्र सुमित कुमार।सुमित का लगाव बचपन से ही सामाजिक कार्यों में अधिक रहा। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए उन्होंने कई बार निःशुल्क मेडिकल कैंप का आयोजन कर हजारों लोगों को लाभांवित किया है। समय- समय पर पौधारोपण का अभियान चलाते रहते है। आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत गोल्ड मेडलिस्ट सुमित कुमार ने यूं तो पढ़ाई क्षेत्र में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है। कई दफे जिले को गौरवान्वित होने का मौका भी दिया है। चंपारण जिले के मैथमेटिक्स बाय सुमित सर से सुप्रसिद्ध शिक्षक गोल्ड मेडलिस्ट श्री सुमित कुमार जी को सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट (MSME, नीति आयोग , IAF, अमेरिकन मेरिट काउंसिल & ISO Certified Company) द्वारा राष्ट्रीय आदर्श शिक्षक पुरस्कार 2023 से नवाजा गया। यह सम्मान सुमित जी को उनके शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करके राष्ट्रहित, समाजहित में अतुलनीय योगदान देने हेतु प्रदान किया गया। यह हमारे चंपारण जिले के लिए गौरव की बात है। वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के छात्रों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने तथा समय-समय पर शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी सुमित कुमार जी की भागीदारी अत्यंत सराहनीय है।
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अपनी इस उपलब्धि पर गोल्ड मेडलिस्ट सुमित कुमार ने कहा कि मेरे सभी सामाजिक कार्यों में कॉलेज प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यह अवार्ड पाना मेरे लिए बड़े गर्व की बात है। यह सम्मान मुझे समाज के हित में कार्य करने के लिए और अधिक प्रोत्साहित करेगा।
इससे पहले भी इन्हें अनेकों राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैंl इनके द्वारा पढ़ाए गए सैकड़ों छात्र गणित ओलंपियाड एनटीएससी और आईआईटी में भी उत्तीर्ण कर चुके है। पूर्व में आईआईटी पटना, दिल्ली, कानपुर,इंटरनेशनल स्कूल अवार्ड दुबई आदि व सितंबर 2019 में भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा इनोवेशन और रोबोटिक्स के क्षेत्र में कार्य करने एवं इंडियन एजुकेशन अवार्ड से भी इनको सम्मानित किया जा चुका है।सुमीत कुमार जी का कहना है कि समाज के प्रति मेरी जो जिम्मेदारी है मैंने निभाने की पूरी कोशिश की पर मेरी मेहनत, त्याग और तपस्या को इस संस्था ने समझा, मुझे उस योग्य समझा ये मेरे लिए सौभाग्य की बात है वहीं सुमित कुमार की इस खबर को सुनकर उनके परिवार वाले और दोस्त काफी खुश हैं। सुमित के पिता का कहना है कि जब इसने पढ़ाई मे कदम रखा तो मुझे तनिक भी विश्वास नहीं था कि ये अपने करियर में आगे बढ़ेगा, लेकिन अब मुझे मेरे बेटे पर गर्व होता है। इसने मेरा ही नहीं पूरे बिहार का मान बढ़ाया है।