एक कार्मिक बर्खास्त, अवर अभियंता निलंबित, चार कार्मिकों पर कार्यवाही करते हुए मांगा गया स्पष्टीकरण
AKGupta.मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी लखनऊ-जनपद मेरठ में बिजली विभाग के तीन संविदा कर्मियों द्वारा रिश्वत लेते हुए वायरल सीसीटीवी फूटेज का त्वरित संज्ञान लेते हुए ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई की गयी है। जिसके अंतर्गत प्राथीमिकी दर्ज करते हुए एक कार्मिक को बर्खास्त कर दिया गया है, अवर अभियंता का निलंबित कर दिया गया और चार कार्मिकों पर कार्यवाही करते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। ऊर्जा मंत्री ने सभी विद्युत कार्मिकों को सख्त चेतावनी देते हुए चेताया है कि विभाग में भ्रष्टाचार में संलिप्त तथा कार्य दायित्वों के प्रति उदासीनता बरतने वाले कार्मिकों के विरुद्ध अब सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री श्री शर्मा में जनपद मेरठ के लिसाड़ी गेट-काजीपुर इलाके में सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड वीडियो के वायरल होने का संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। वीडियो में रिश्वत लेने वालों की पहचान संविदा कर्मी नूर मोहम्मद पुत्र श्री हनीफ, तैनाती काजीपुरा विद्युत उपकेन्द्र, जनपद मेरठ के रूप में हुई। जिसे तत्काल सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। साथ ही संबंधित प्रकरण में थाना लिसाड़ी गेट, जनपद मेरठ में संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मेरठ पुलिस ने आरोपी नूर मोहम्मद के साथ उसके दो अन्य साथियों शहजाद व शौकीन को गिरफ्तार कर प्रकरण की गहनता से जांच शुरू कर दी है।
ऊर्जा मंत्री के निर्देश पर उक्त प्रकरण में विभागीय कार्रवाई पूरी करते हुए संदीप यादव, अवर अभियंता-काजीपुरा उपकेन्द्र, मेरठ को निलंबित किया गया है। संबंधित उपखंड अधिकारी के खिलाफ आरोप पत्र के माध्यम से अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। वहीं अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम मेरठ से स्पष्टीकरण मांगा गया है तथा अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण मंडल-1 मेरठ व मुख्य अभियंता, मेरठ क्षेत्र-2, मेरठ को चेतावनी जारी की गई है।
ऊर्जा मंत्री ने प्रकरण में कार्रवाई करते हुए सख्त निर्देश देते हुए कहा कि यदि कोई भी कार्मिक भर्ष्टाचार में संलिप्त या फिर कार्यों में उदासीन पाया जाएगा, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अच्छे कार्य करने वाले कार्मिकों को सम्मानित भी किया जाएगा।