ताड़का वध लीला का हुआ मंचन, दर्शकों ने लगाए जय श्रीराम के जयकारे

कृपा शंकर पांडेय.चोपन/सोनभद्र-रेलवे रामलीला मैदान में चल रहे रामलीला मंचन के चौथे दिन आदर्श रामलीला मंडल की रीवा मध्यप्रदेश ओर से रविवार की रात ताड़का वध रामलीला का मंचन किया गया। चौथे दिन रामलीला का मंचन आरती से शुरू हुआ। रामलीला कलाकारों के द्वारा आरती का आयोजन किया गया। आरती के बाद रामलीला में ताड़का वध लीला का मंचन हुआ। रामलीला में दिखाया गया कि मारीच और सुबाहु के अत्याचारों से आमजन दुखी थे। उन्होंने ऋषि-मुनियों को भी नहीं बख्शा, जिससे ऋषि-मुनि विश्वामित्र के नेतृत्व में राक्षसों से छुटकारा पाने के लिए अयोध्या नरेश राजा दशरथ के पास फरियाद लेकर जाते हैं। तब राजा दशरथ गुरु विशिष्ठ के कहने पर राम व लक्ष्मण को विश्वामित्र के साथ भेज देते हैं। मुनि विश्वामित्र श्री रामचंद्र व लक्ष्मण को साथ लेकर अपने आश्रम में जाते है।राम-लक्ष्मण वन में असुरों का वध करते हैं और राक्षसी ताड़का को मारकर महर्षि के यज्ञ की रक्षा करते हैं। ताड़का वध होते ही पंडाल में उपस्थित राम जी के भक्त प्रभु श्रीराम के जयकारे लगाते हैं। पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। मंच का स्वागत संचालन संजय चेतन ने किया। इस मौके पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष राजन जयसवाल, मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह,पूर्व मण्डल अध्यक्ष राजेश अग्रहरी, सुनील तिवारी, संजय जैन, अशोक सिंघल,घनश्याम चौधरी, सत्य प्रकाश तिवारी,अंकित पांडेय,सुशील पांडेय,सुरेश जयसवाल, राजू चौरसिया, श्याम नारायण दुबे, सतनाम सिंह, तीर्थराज शुक्ला,रिंकू अग्रहरी,अमर शर्मा ,विनीत पांडेय,जितेंद्र जायसवाल,विकास सिंह छोटकु इत्यादि लोग मौजूद रहे।