सुकृत में धारा 52 का प्रकाशन न होने से किसानों में असंतोष व्याप्त
कमलेश मौर्य,मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी सुकृत-40 वर्ष बीतने के बाद भी सुकृत में धारा 52 का प्रकाशन न होने से किसानों में असंतोष व्याप्त है ज्ञात हो के 6 जुलाई 1982 को ग्राम पंचायत सुकृत में चकबंदी प्रक्रिया की घोषणा हुई लेकिन लगभग 4042 बरस बीतने के बाद भी धारा 52 का प्रकाशन नहीं हो सका जिससे चकमार्ग नली खेल का मैदान और गरीबों के लिए आवंटित होने वाली सुरक्षित जमीनों पर अराजक तत्वों का कब्जा है यहां पर खनन क्षेत्र है जहां पर गरीबों के हक की जमीन पर गाजीपुर बलिया गोरखपुर देवरिया चंदौली आजमगढ़ के दबंग का कब्जा है आधार वर्ष की खतौनी में भारी हेरा फेरी कराकर चकबंदी के दरमियान दबंगों ने जमीन अपने नाम से कर ली जिससे यहां का आदिवासी और गरीब मजदूर जमीन से वंचित हो गया है ग्राम सुकृत में राजस्व परिषद से जांच कर कर मूल खतौनी के आधार पर बाहरी लोगों का जो कब्जा है नाम है गलत तरीके से जो फर्जी इंद्राज हैं उन्हें निरस्त करके यहां केआदिवासियों वनवासियों गरीबों को ग्राम सभा के रिज़र्व जमीन का आवंटन हो जिससे यहां की जनमानस सुकून का सके।