क्रशर प्लांटों के भयंकर प्रदूषण व गंभीर समस्या पर RO सोनभद्र, जिला प्रशासन आखिर मौन क्यों हैं.!
नियम कानून व सख्त आदेश निर्देश के बाद भी खुलेआम नियमों का उल्लंघन

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी डाला-जिलाधिकारी प्रदूषण विभाग के सभी नियम कानून को ताख पर रखकर बारी डाला लंगड़ा मोड, कोटा टोला में संचालित क्रशर प्लांटों से उड़ रहे भयंकर प्रदूषण से क्षेत्र की स्थिति काफी दैनिय हो गई है। पूरे क्षेत्र प्रदूषण के बदल व घने कोहरे की तरह पूरा इलाका छाया हुआ है.! सूत्रों की माने तो विभागीय अधिकारियों को सिर्फ अपने कुर्सी व कमाई की चिंता है.! क्षेत्र के हजारों जनता परिवार बच्चे भयंकर प्रदूषण से त्रस्त व परेशान है घरों में रहना मुश्किल हो गया है, लोगों के स्वास्थ्य की जरा भी चिंता नहीं है। सिर्फ कागजों पर ही प्रदूषण विभाग का स्वच्छता अभियान, प्रदूषण मुक्त अभियान, प्रदूषण पर रोक व कार्यवाही का दावा कर क्षेत्र की जनता को गुमराह कर प्रदूषण की गंभीर समस्या पर अपनी आंख बंद कर लोगों के स्वास्थ्य एवं जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं जो गंभीर चिंता व चर्चा का विषय बन गया है.!
सूत्रोंकी माने तो खनिज निधि फाउंडेशन द्वारा खनन क्षेत्र की सभी सड़कों पर पानी छिड़काव हेतु चार वाटर स्प्रिंकलर मशीनों की खरीदारी हुई थी। ताकि सभी सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा सके। किंतु खनन क्षेत्र के लिए एक भी मशीनों का उपयोग न कर सभी मशीनों को अलग-अलग नगर पंचायत को सौंप दिया गया। जहां शोपीस के रूप में खड़ी है.! प्रदूषण विभाग द्वारा सभी क्रशर प्लांटों संचालकों वाटर स्प्रिंकलर भी अनिवार्य किया गया है ताकि प्लांटो के संचालन के दौरान रेगुलर उक्त मशीन का प्रयोग किया जा सके किंतु उक्त मशीन प्लांट पर दिखावे के रूप में खड़ी है। प्रदूषण की गंभीर समस्या को लेकर प्रशासन का सख्त रवैया न अपनाया जाना लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है दिल्ली में प्रदूषण को लेकर एनजीटी केंद्र सरकार राज्य सरकार गंभीर है, सख्त कार्रवाई की जा रही है और जनपद सोनभद्र के विभागीय अधिकारी प्रदूषण की गंभीर समस्या पर मौन है.!