असम के ढिंग में 22 अगस्त को ट्यूशन से लौटते वक्त 14 वर्षीय पीड़िता के साथ गैंगरेप हुआ था

मीडिया हाऊस न्यूज एजेंसी 26ता.असम के ढिंग में 22 अगस्त को ट्यूशन से लौटते वक्त 14 वर्षीय पीड़िता के साथ गैंगरेप हुआ था. ये घटना तब हुई जब पीड़िता बमुश्किल अपने घर से आधा किलोमीटर दूर थी. इस जघन्य घटना ने न सिर्फ पीड़िता के सपनों को चकनाचूर कर दिया, बल्कि उसके परिवार को भी सदमे और दुख में डाल दिया है. बता दें कि पीड़िता अपनी चाची और दादा-दादी के साथ रहती है. पीड़िता का सपना डीएसपी बनना है. लेकिन उसके पिता ज़्यादा मदद नहीं कर सकते, लिहाजा उन्होंने अपने कलेजे के टुकड़े को उसकी मौसी के यहां भेज दिया. इस तरह बिटिया की मौसी ने उसे पाला. हालांकि आर्थिक रूप से उनकी हालत भी खराब थी, लेकिन उन्होंने ये सुनिश्चित किया कि बिटिया को अच्छी शिक्षा मिले. पीड़िता की चाची 10,000 रुपये के मामूली वेतन से परिवार का भरण-पोषण करती हैं और बिटिया की देखभाल और पढ़ाई-लिखाई का जिम्मा भी उन्हीं के पास है. लेकिन उनके सीधे-सादे जीवन में तब अंधेरा छा गया, जब बिटिया के साथ ये घटना हो गई.

ये घटना 22 अगस्त की शाम करीब 6 बजे हुई, जब मासूम बिटिया पर तीन हमलावरों ने अटैक किया और गैंगरेप की घटना को उसे घायल अवस्था में जंगल में बेहोशी की हालत में छोड़ दिया. स्थानीय निवासियों ने उसे ढूंढ़ा और अस्पताल पहुंचाया, जहां से उसे बाद में इलाज के लिए नगांव मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. इस घटना के बाद असम में विरोध प्रदर्शन हुए.

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