पलायन रोकने को जमीन व रोजगार की गारंटी करें सरकार

● हर परिवार के एक सदस्य को मिले सरकारी नौकरी
● बिसवा सीतापुर में हुआ एजेंडा यू. पी. का सम्मेलन

मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी बिस्वां/सीतापुर-इन्वेस्टर समिट और ग्राउंड बेकिंग सेरेमनी के जरिए उत्तर प्रदेश में पूंजी निवेश और करोड़ों रोजगार देने की चाहे जितनी बात योगी सरकार करें सच्चाई यही है कि सीतापुर समेत पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर पलायन हो रहा है। दूसरे राज्यों में गए मजदूर 12 घंटे काम और बगैर सामाजिक सुरक्षा के अमानवीय स्थितियों में अपने परिवार के भरण पोषण के लिए काम करने को मजबूर हो रहे हैं। इसलिए जरूरत है कि उत्तर प्रदेश में हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की गारंटी की जाए, दलित-अतिपिछड़े भूमिहीनों की आजीविका को सुनिश्चित करने के लिए एक एकड़ जमीन और आवासीय भूमि का आवंटन किया जाए और मनरेगा में सालभर काम व 600 रूपए दैनिक मजदूरी को सुनिश्चित किया जाए।

यह बातें आज बिस्वां में आयोजित एजेंडा यू. पी. के सम्मेलन में ऑल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के प्रदेश महासचिव दिनकर कपूर ने कहीं। उन्होंने कहा कि लाल कारपेट बिछाकर पूंजीपतियों की सेवा में लगी मोदी योगी की डबल इंजन सरकार में गरीब, किसान, महिलाएं, युवा, मजदूर, छोटा मझोला व्यपारी बुरी तरह से तबाह हो गए हैं। पूरे प्रदेश में खेती किसानी और उ उद्योग संकट में है। नए उद्योग धंधों का विस्तार नहीं हो रहा है। जो सरकारी भर्तियां निकल रही हैं वह पेपर लीक जैसे भ्रष्टाचार का शिकार हो जा रही है। 6 लाख सरकारी रिक्त पदों को भरने के बारे में सरकार कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। इन सवालों पर उत्तर प्रदेश में मौजूद विपक्ष भी मौन धारण किए हुए हैं। इसलिए जरूरत है कि प्रदेश में एक जन राजनीति को खड़ा किया जाए और एजेंडा यू. पी. अभियान को तेज किया जाए।

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सम्मेलन को संबोधित करते हुए मजदूर किसान मंच के प्रदेश महामंत्री डॉ बृज बिहारी ने कहा कि सीतापुर का यह गांजर का इलाका बेहद पिछड़ा हुआ है। यहां कटान के कारण हर साल लाखों रुपए का नुकसान होता है। बावजूद इसके गांजर को जिला बनाने और इस क्षेत्र के विकास के बारे में कुछ भी करने को ना तो जनप्रतिनिधि और ना ही सरकार तैयार है। मजदूर किसान मंच की प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीला रावत ने कहा कि महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के बारे में केंद्र की सरकार कह रही है कि हमने करोड़ों रुपए आवंटित किया है और एक करोड़ लखपति दीदी बना दीं हैं। जबकि सच्चाई यह है कि महिलाएं इन समूहों से आत्मनिर्भर नहीं हो रही है। इसलिए सरकार को बिना ब्याज के इन्हें अनुदान देना चाहिए ताकि महिलाओं की सम्मानजनक आजीविका सुनिश्चित हो सके। सभा की अध्यक्षता गांजर के वयोवृद्ध नेता मोहम्मद यामीन ने की और संचालन मजदूर किसान मंच के संतराम रावत ने किया। सम्मेलन को पत्रकार हरिशंकर गुप्ता, संतोष यादव, जय देवी, अल्लन इदरीसी, लल्लन गौतम, श्री प्रकाश गौतम, राजकुमार सिंह, रामखेलावन गौतम, गीता, नेहा आदि ने संबोधित किया।

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