आखिरकार पकड़ में आया सद्दाम एसटीएफ कों मिली कामयाबी

अनूप कुमार/ बरेली : दिल्ली एसटीएफ कों बड़ी क़ामयाबी मिली है। गुरुवार को दिल्ली में डेरा डाला और सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया। उस पर जेल में अशरफ से अवैध मुलाकात कराने और सहूलियत पहुंचाने के मामले में बरेली के बिथरी चैनपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद से सद्दाम फरार था। पुलिस की कई टीमें उस की तलाश में जुटी हुई थी। आरोपी सद्दाम पर बरेली में धोखाधड़ी तथा साजिश रचने समेत विभिन्न आरोपों में कुल छह मुकदमे दर्ज हैं।एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक सद्दाम, अतीक अहमद गिरोह का सक्रिय सदस्य और अतीक के भाई अशरफ का साला है।अपराधी सद्दाम को 27/28 सितंबर की दरमियानी रात करीब दो बजे दिल्ली के मालवीय नगर से गिरफ्तार किया गया।अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की इसी साल 15 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एसटीएफ सूत्रों ने सद्दाम से की गई पूछताछ के हवाले से बताया कि वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली, कर्नाटक और महाराष्ट्र में जगह बदल-बदल कर रह रहा था। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, वह आज अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए जा रहा था, तभी उसे पकड़ लिया गया। एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक सद्दाम ने पूछताछ में यह भी बताया है कि वह बरेली के खुशबू एनक्लेव में रह रहा था। सूत्रों के अनुसार, पूर्व में उसका बहनोई अशरफ बरेली जेल में बंद था और वह उसे जेल में कारागार कर्मियों की मिलीभगत से रसद सामग्री पहुंचाता था और जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम करता था। सूत्रों के मुताबिक सद्दाम लाला गद्दी, नाजिश, सैयद साहब और फुरकान नामक व्यक्तियों के साथ मिलकर विवादित जमीनों के मामले में हस्तक्षेप कर धन ऐंठता था।