महाकुंभ को स्वच्छ बनाने के लिए सोनभद्र के स्वयंसेवकों ने प्रयागराज भेजा थाली और थैला

कृपा शंकर पांडेय,ओबरा/ सोनभद्र – देश के सबसे बड़े महाकुंभ में एक तरफ जहां करोड़ों की संख्या में लोग आस्था की डुबकियां लगाकर पुण्य के भागी बनने में अग्रसर है तो वहीं मां गंगा और यमुना रूपी अन्य नदियों के मैले होने रोकने को लेकर स्वच्छता रूपी पहल शुरू कर दी गई है, आरएसएस सेवकों ने कुंभ के बाद फैलने वाले कचरे से बचने के लिए एक थैला एक थाली अभियान को धरातल पर उतारने के लिए कमर कस लिया है।
प्रयागराज में आयोजित देश के बड़े महाकुंभ की चर्चा जितनी की जाय वह छोटी है, मानो आस्था डुबकी लगाने के लिए मानव समाज आतुर है, प्रतिदिन लाखों की संख्या में महिलाएं, पुरुष पहुंच रहे हैं, तो वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने आयोजक के बीच बड़े पैमाने पर नदियों में फैलने वाले गंदगी को लेकर चिंता जाहिर की है, मां गंगा, यमुना समेत अन्य नदियों में फैलने वाले गंदगी को रोकने के लिए जनपद सोनभद्र में काशी प्रांत पर्यावरण संयोजक का आगमन हुआ, आरएसएस से जुड़े सेवकों ने आमजन से थैला और थाली इकट्ठा किया। उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ को स्वच्छ बनाने व हरित बनाने के लिए सोनभद्र जनपद सहित देश भर के लाखों लाख स्वयं सेवकों एवं नारी शक्ति द्वारा प्रयाग में एक थैला एक थाली अभियान चलाया जा रहा है, प्रयाग में इस समय 10 लाख थाली और 22 लाख थैला पहुंच चुके हैं, इस अभियान की जरूरत क्यों पड़ी अनुमान है कि प्रयागराज में जो करोड़ों श्रद्धालु आने वाले हैं उससे कुंभ में 40 से 50 हजार टन प्लास्टिक और थर्माकोल कचरा निकलने का अनुमान है, जो गंगा और यमुना रूपी मां के लिए या जल श्रोत के लिए घातक है, उस कचरे को कम करने के लिए थाली और थैला अभियान है इसके तहत जनपद सोनभद्र 10 हजार थाली और थैला प्रयाग भेजा जा रहा है।