दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई, दो कुख्यात स्नैचर गिरफ्तार

नई दिल्ली, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए दो कुख्यात स्नैचरों को गिरफ्तार किया। दोनों स्नैचरों की पहचान गोलू उर्फ भोलू और अरुण उर्फ छोटा लुंगी के रुप में हुई, जो दिल्ली के मंगोलपुरी क्षेत्र के रहने वाले हैं।
इन दोनों स्नैचरों पर दिल्ली के विभिन्न जिलों में स्नैचिंग, डकैती और मोटरसाइकिल चोरी के करीब 25 मामलों में शामिल होने का आरोप है।
क्राइम ब्रांच की ईस्टर्न रेंज-1 की टीम ने एसीपी यशपाल सिंह की निगरानी में इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें एसआई संजय, एएसआई विनय त्यागी, हेड कांस्टेबल मेहताब, मोहित, तरुण, कांस्टेबल दीपक और महिला कांस्टेबल अनुप्रिया शामिल थे। इस टीम ने मानव खुफिया और तकनीकी निगरानी का इस्तेमाल कर दोनों आरोपियों की पहचान गोलू उर्फ भोलू और अरुण उर्फ छोटा लुंगी के रूप में की।
8 अप्रैल को एक विशेष सूचना के आधार पर अरुण को मयूर विहार के पास दिल्ली-नोएडा रोड से उस समय पकड़ा गया जब वह हाल ही में चोरी की गई मोटरसाइकिल पर अपराध को अंजाम देने की नीयत से जा रहा था। पूछताछ में उसने गोलू का नाम उजागर किया, जिसे डबास पुर माजरा से गिरफ्तार किया गया। गोलू के पास से आठ मोबाइल फोन और एक चोरी की बाइक बरामद की गई।
स्नैचरों के पास से चोरी की 2 मोटरसाइकिल और 8 मोबाइल फोन बरामद किए गए। 8 में से 5 मोबाइल को उनके असली मालिकों तक पहुंचाया गया। अन्य मोबाइल फोन के मालिकों का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी से कम-से-कम 6 आपराधिक मामलों को सुलझा लिया है, जिनमें ई-एफआईआर और एलआर केस शामिल हैं।
गोलू उर्फ भोलू (23) ने कबूला कि वह अनपढ़ है और कम उम्र में नशे की लत में फंस गया था। अपनी लत को पूरा करने के लिए उसने 2018 से अपराध की दुनिया में कदम रखा। उसके खिलाफ 21 एफआईआर दर्ज हैं, जिनमें झपटमारी, मोटरसाइकिल चोरी और आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले शामिल हैं। वह पहले भी जेल जा चुका है। जेल से बाहर आकर वह फिर से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो गया।
अरुण उर्फ छोटा लुंगी (23) ने भी नशे की लत और आर्थिक तंगी को अपराध का कारण बताया। उसने कबूला कि वह देव नामक साथी के साथ मिलकर करोल बाग से एक स्कूटी चोरी कर झपटमारी में इस्तेमाल करता था। साथ ही, द्वारका में 90 हजार रुपये की लूट में हिस्सेदारी की बात भी मानी। उसके खिलाफ भी 4 एफआईआर दर्ज हैं।
क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई से दिल्ली के कई थानों में दर्ज झपटमारी और चोरी के मामलों को सुलझाने में सफलता मिली है। साथ ही, इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश भी जारी है। पुलिस चोरी किए गए बाकी मोबाइल फोन के मालिकों का पता लगाने में जुटी हुई है।
–आईएएनएस
पीएसके/जीकेटी