दुर्गा पूजा को लेकर निकाला गया कलश यात्रा
अवनीश श्रीवास्तव
मीडिया हाउस न्यूज एजेंसी 16ता.कल्याणपुर (पूर्वी चम्पारण) थाना क्षेत्र अंतर्गत शम्भु चक गांव के दुर्गा मंदिर धूम धाम से निकाला गया ।कलश यात्रा पुजारी ग्रामीण और पंडित रामकुमार तिवारी द्वारा बताया गया कि आज रविवार के दिन कलश यात्रा पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। हिंदू परंपरा में कलश एक शुभ कार्य कि शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। शारदीय नवरात्रि की घटस्थापना के साथ शुरू हो गई है। इस साल माता रानी का आगमन हाथी पर ब्रिजमान हुई हैं ।जब की शास्त्रों की अनुसार जब माता रानी का हाथी पर सवार हो कर आती हैं तब ज्यादा बारिश के योग होती है ।वही शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर 2023 से 24 अक्टूबर को समाप्त होगी ।इन नौ दिनों के दौरान लोग देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते है। इन स्वरूपों में मां शैलपुत्री, मां ब्रहाचारिणी मां चंद्रघंटा मां कुष्मांडा मां स्कंदमाता मां कात्यायनी मां कालरात्रि मां महागौरी और मां सिद्धिदात्री का पूजा होती है। नवरात्रि उत्सव के पहले दिन को प्रतिपदा के रूप में जाना जाता है ।और यह दिन देवी शैलपुत्री को समर्पित की गई है। जिन्हे शास्त्रों में पहाड़ों की बेटी के रूप में वर्णित किया गया है ।वह एक बैल (नदी) पर सवार होकर उतरती है और उनके हाथो में त्रिशूल और कलम रखती है ।मां दुर्गा को समर्पित यह पर्व हिंदू में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है ।प्रत्येक वर्ष आश्रीन मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्र का आरंभ होता है ।पूरे नौ दिनों तक मां आदिशक्ति जगदम्बा का पूजन किया जाता है। भक्त गण भोला तिवारी,मनोज तिवारी,जितेन्द्र कुमार,पंकज साह,चंदन तिवारी ,जितेन्द्र साह ,नादकिशोर तिवारी, बाबा अलख तिवारी,प्रिंस तिवारी,शम्भु तिवारी, छोटू सिंह इत्यादि ग्रामीण भक्त गण उपस्थित थे।