जिलाधिकारी ने रामगढ़ में स्थापित कस्तूरबा गाॅधी आवासीय बालिका विद्यालय चतरा में औचक निरीक्षण किया,

मीडिया हाउस न्यूज एजेन्सी 16ता.सोनभद्र- जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिह ने रामगढ़ में स्थापित कस्तूरबा गाॅधी आवासीय बालिका विद्यालय चतरा में औचक निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने विद्यालय के छात्राओं से वार्ता कर, उन्हें दी जा रही भोजन, नास्ता, रहने व सोने की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की और छात्राओं के भोजनालय कक्ष, किचन कक्ष, स्टाक कक्ष को देखा और जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने छात्राओं के लिए बनाये जा रहे भोजन को देखा तो रोटी ठीक ढंग से नहीं बनाया गया था, जिस पर वार्डेंन के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए फटकार लगाया और बेहतर ढंग से छात्राओं गुणवत्तायुक्त भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि भोजनालय कक्ष मेज कुर्सी, शयन कक्ष में बच्चों के सोने की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश सम्बन्धित को दियें, इस दौरान जिलाधिकारी ने कार्मिकों के उपस्थिति रजिस्टर, सामग्री स्टाक रजिस्टर का मौके पर निरीक्षण किया और सम्बन्धित टीचरों व कार्मिकों के सम्बन्ध में विधिवत जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये, इसकेे साथ ही छात्राओं के खेल-कूद के सामग्री आदि सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही परिसर में साफ-सफाई रखने के निर्देश विद्यालय के प्राचार्या को दिया गया। निरीक्षण के मौके पर गेटमैन द्वारा अवगत कराया गया कि गेट काफी दिनों से टूट गया है, जिससे हम लोगों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है, जिस पर जिलाधिकारी ने गेट को शीघ्र ही ठीक कराने के निर्देश सम्बन्धित को दियें। इस मौके पर जिला पंचायत राज अधिकारी श्री विशाल सिंह, वार्डेन सीमा सिंह सहित विद्यालय के शिक्षिकाएं व शिक्षक सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।
जिलाधिकारी ने विकास खण्ड चतरा का किया औचक निरीक्षण
सोनभद्र-जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिह ने खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय चतरा का आकस्मिक निरीक्षण किया, इस दौरान जिलाधिकारी ने बी0डी0ओ0 कार्यालय, कम्प्यूटर कक्ष, कर्मचारी कक्ष आदि का निरीक्षण करते हुए सम्पादित किये जा रहे कार्यालीय कार्योें के सम्बन्ध में ए0डी0ओ0 पंचायत चतरा से जानकारी प्राप्त की,तो यह तथ्य सामने आया कि इस कार्यालय का चार्ज डी0सी0 एल0आर0एल0एम0 ए0के0 जौहरी के पास है, जो कार्यालय में कम आते है, जिससे कार्यालय के कार्यों के साथ ही गांवों में बनाये जा रहे आवास, शौचालय, सड़क, पुलिया आदि के निर्माण कार्य में ब्लाक के कार्मिकों द्वारा शिथिलत व लापरवाही बरती जा रही है और कार्यालय कार्य सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए डी0सी0 एन0आर0एल0एम0 से ब्लाक चतरा के चार्ज से हटाने के निर्देश सम्बन्धित को दियें। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ब्लाक चतरा के अन्तर्गत गांव में कराये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान ए0डी0ओ0 पंचायत से विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी ली, तो वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकें, जिस पर जिलाधिकारी ने ए0डी0ओ0 पंचायत को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दियें। इसी प्रकार से कार्यालय के लेखाकार पंकज कुमार से विकास योजनाओं में खर्च किये गये धनराशि के सम्बन्ध में जानकारी ली तो, विकास कार्यों में खर्च की गयी धनराशि के सम्बन्ध में सही आंकड़ा प्रस्तुत नहीं कर सके, जिस पर जिलाधिकारी ने लेखाकार के विरूद्ध आरोप-पत्र तैयार करने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किये। इस दौरान जिलाधिकारी मौके पर उपस्थित डी0पी0सी0 अनिल केसरी से गांव मंें हो रहे विकास कार्यों व स्वच्छता के निगरानी का कार्य इनके द्वारा ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा गांव में हो रहे विकास कार्यों की बेहतर तरीके से निगरानी सुनिश्चित की जाये, अन्यथा की दशा में कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने ब्लाक कार्मिकों के उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण किया तो यह तथ्य सामने आया कि गोपाल शर्मा जे0ई0आर0ई0डी0, अनुराग ए0डी0ओ0 ए0जी0, शिवमंगल ए0डी0ओ0 एस0के0, कन्हैया लाल लेखाकार, हृदय नारायण महतो वरि0स0, बसन्तु चैकीदार कार्मिक अनुपस्थित पाये गये, जिस पर जिलाधिकारी अनुपस्थित कार्मिकों के वेतन भुगतान पर रोक लगाने के साथ ही स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश सम्बन्धित को दियें। इसी प्रकार से चतरा ब्लाक के पीछे निर्माणाधीन प्लास्टिक निस्तारण यूनिट का निरीक्षण जिलाधिकारी द्वारा किया गया, तो मौके पर पाया गया कि निर्माण कार्य धीमी गति से कराया जा रहा है, जिसे शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारी को दिया गया, इस मौके पर जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी व ग्राम प्रधान को निर्देशित करते हुए कहा कि स्वच्छता के तहत साफ-सफाई के साथ ही ‘‘मेरा प्लास्टिक मेरी जिम्मेदारी ‘‘ के तहत चलाये जा रहे अभियान में काफी शिथिलता बरती जा रही है, जो यह स्थिति ठीक नहीं है, इस कार्य में तेजी लायी जाये और लोगों को प्लास्टिक एकत्रीकरण हेतु जागरूकता फैलाया जाये और इससे होने वाले नुकसान के सम्बन्ध में जानकारी दी जायें।