श्री राम ने तोड़ा धनुष,सीता स्वयंवर देख भाव विभोर हुए दर्शक

कृपा शंकर पांडेय चोपन- स्थानीय रेलवे रामलीला में आयोजित हो रही रामलीला में मंगलवार की रात धनुष यज्ञ का मंचन किया गया, जिसमें भगवान श्रीराम ने शिव के धनुष को तोड़ दिया और इसके बाद मां सीता ने उनके गले में वरमाला डाल दी। रेलवे रामलीला मैदान में आयोजित हो रही 13 दिवसीय रामलीला के प्रसंग में मंगलवार को मिथिला के राजा जनक अपनी पुत्री सीता के ब्याह के लिए धनुष यज्ञ का आयोजन किया था। जिसमें मुनि विश्वामित्र के साथ राम-लक्ष्मण पहुंचे। यज्ञशाला में धनुष को भंग करने के लिए कई राज्यों के बड़े-बड़े वीर योद्धा राजकुमार पहुंचे, लेकिन शिव के धनुष को उठा न सके। मुनिवर की आज्ञा से भगवान श्रीराम ने धनुष को उठाकर तोड़ दिया। जिसके बाद मां सीता ने प्रभु श्रीराम के गले में वरमाला डाल दी। जिस पर वहां पर शहनाई बज उठी और मधुर संगीत के साथ सुंदर नृत्य शुरु हो गया। मंचन के बाद सभी लोगों ने भगवान श्री राम-जानकी की आरती उतारी और जय श्रीराम के नारे लगाए। स्वागत संचालन संजय चेतन ने किया। इस मौके पर रामलीला समिति के अध्यक्ष राजन जायसवाल, शिव जी सिंह,जुगैल जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि संजीव त्रिपाठी, मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह, अशोक सिंघल,राजेंद्र जैन, डॉ सतेंद्र आर्य,राजू चौरसिया,तीर्थराज शुक्ला,घनश्याम चौधरी,पृथ्वी सिंह,प्रकाश दास,सुरेश जयसवाल, रामकुमार सोनी,अमर शर्मा,श्यामनारायण दुबे,जितेंद्र जायसवाल,विकास सिंह छोटकु, अरविंद,रिंकू अग्रहरी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।