बारिश में ढहा मिट्टी का घर तो शौचालय को बनाया ठिकाना, दर्दभरी है बंगाल के पुरुलिया की मिथिला महतो की ज़िंदगी।

मीडिया हाउस 13ता.मिथिला महतो… उम्र 66 साल… ठिकाना पश्चिम बंगाल का पुरुलिया जिला।मिथिला महतो पुरुलिया के दुर्कू ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले सुंदराडी गांव की रहने वाली हैं. उनके पति का कई साल पहले निधन हो गया था. फिर उनकी दोनों बेटियों की शादी हो गई और वे अपने ससुराल चली गईं. तब से मिथिला महतो अकेली रहती हैं. मिथिला महतो के पास मिट्टी से बना एक छोटा सा घर था, लेकिन पिछले साल भारी बारिश के दौरान ये ढह गया. इसके बाद मिथिला महतो बेघर हो गईं. असहाय महिला ने अपनी स्थानीय ग्राम पंचायत से संपर्क किया, लेकिन उन्हें रहने के लिए कोई स्थायी समाधान नहीं मिला. मजबूरी में बुजुर्ग ने सरकार द्वारा बनाए गए शौचालय में शरण ली।
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