वक्फ सुधार जनजागरण अभियान हेतु अल्पसंख्यक प्रबुद्ध संवाद कार्यकम सम्पन्न

मीडिया हाउस सोनभद्र-वक्फ सुधार जनजागरण अभियान हेतु अल्पसंख्यक प्रबुद्ध संवाद कार्यकम शुभश्री पैलेस राबटर्््सगंज पर सम्पन्न हुयी संवाद कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि काशी क्षेत्र के क्षेत्रीय महामंत्री अशोक चौरसिया जी व विशिष्ठ अतिथि के रुप मे क्षेत्रीय अध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा अब्दुल कलाम अंसारी जी मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंम्भ पं0 दीनदयाल उपाध्याय व डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के चित्र पर मुख्यअतिथि अशोक चौरसिया जी, अब्दुल कलाम अंसारी जी, भाजपा जिलाध्यक्ष नन्द लाल जी ने पुष्प अर्पित व दीप प्रज्ज्वलन कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष नन्दलाल जी व संचालन जिला महामंत्री कृष्णमुरारी गुप्ता ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यअतिथि क्षेत्रीय अध्यक्ष महामंत्री अशोक चौरसिया जी ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक 2025 कमजोर वर्ग एवं मुस्लिम महिलाओं को आर्थिक व सामाजिक रुप से मजबूत करने मे सहायक साबित होगा आगे कहा कि वक्फ इस्लामी कानून के अंतर्गत स्थापित एक अपरिवर्तनीय धर्मार्थ निधि है, जिसे भारत में वक्फ अधिनियम, 1995 के तहत मान्यता प्राप्त और विनियमित किया जाता है। वक्फ बोर्ड और उनके द्वारा नियंत्रित सम्पत्तियाँ भारत में इस्लामिक जीवन के महत्वपूर्ण अंग हैं, क्योंकि वे अनगिनत मस्जिदों, धार्मिक और परोपकारी संस्थानों के संरक्षक के रूप में कार्य करते हैं। साथ में उन्होंने यह भी बताया कि 2018 की केंद्रीय वक्फ परिषद रिपोर्ट के अनुसार भारत में 8 लाख एकड़ से अधिक वक्फ संपत्ति है, जिसकी अनुमानित कीमत रू0 10 लाख करोड़ से अधिक है। यू०पी०ए० सरकार द्वारा प्रस्तुत वक्फ संशोधन अधिनियम, 2013 ने वक्फ बोर्ड की शक्तियों का विस्तार करके मनमाने ढंग से भूमि अधिग्रहण को सक्षम करके सम्पत्ति के अधिकारों को कमजोर कर दिया। इसमें पारदर्शिता की कमी और हितधारकों की चिंताओं को नजर अंदाज करने के साथ ही बिना किसी नियम कानून के फैसले किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ठ अतिथि अब्दुल कलाम अंसारी ने कहा कि जैसे-राज्य-वित्तपोषित सर्वेक्षण और वक्फ संपत्ति पर प्रतिबंध राज्य सरकार के अधिकार और गैर-मुस्लिम दान को शामिल करने की सीमाएँ, वक्फ परिषद की बढ़ी शक्तियाँ और वक्फ संपत्ति पर लेनदेन पर प्रतिबंध, राज्यों पर बोझ और मनमाने भूमि दावे, यू०पी०ए० सरकार द्वारा 2014 के विधेयक में वक्फ बोर्ड को और अधिक व्यापक शक्ति देने का प्रस्ताव किया गया के साथ – साथ अनेको वक्फ संशोधन अधिनियम, 2025 की मुख्य विशेषताओं पर विस्तृत चर्चा किया। वक्फ संशोधन विधेयक 2025 कमजोर वर्ग एवं मुस्लिम महिलाओं को आर्थिक व सामाजिक रुप से मजबूत करने मे सहायक साबित होगा यह विधेयक विरासत एवं व्यक्तिगत संपत्तियों के अधिकारों की सुरक्षा करेगा मुस्लिम महिलाआंे को आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति मे सुधार होगा विपक्ष का एजंेडा नकारात्मक प्रचार से लोगो को भ्रमित करने का है। प्रधानमंत्री मोदी जी का संकल्प सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वास है और यही संकल्प केन्द्र सरकार की प्रत्येक योजना एवं निर्णय में परिलक्षित होता है।
भाजपा जिलाध्यक्ष नन्द लाल जी ने आये हुए मुख्यअतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रबुद्धजनों व कार्यकर्ताओं से कहा कि आप लोग अपने-अपने मंडलों में वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के बारे में सामाजों में जाकर चर्चा करें एवं कार्यक्रम समापन की घोषणा की।
कार्यक्रम मे मुख्यरुप से जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा कमलेश खांम्भे, अल्ताफ कादरी, समीर वारसी, अनवर अली, अजहर खां, मुस्ताक अहमद खां, अब्दुल गलिब, मिराउदीन खां, मुस्तफा जमाल सुन्ना, तौकिर खां, औरंगजेब खां, अल्ताफ कादरी, एकलाख खां, अफसर वारसी, वसीर अहमद, जिला मंत्री संतोष शुक्ला, शंम्भू नारायण सिंह, कैलास बैसवार, नार सिंह पटेल, अनिल सिंह, मण्डल अध्यक्ष रामबली मौर्या, योगेन्द्र बिन्द, संजय केशरी, विमलेश चौबे, कमलेश चौबे, बृजेश श्रीवास्तव सहित आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।